ईश्वर ने तुम्हे दो पेर दिए है...

पुत्र - पिताजी मुझे कार चाहिए |

पिता - नहीं बेटा अभी तुम छोटे हो |

पुत्र - नहीं मे तो अंदर बेठकर चलाऊंगा |

पिता - तुम्हे अभी पेदल ही चलना चाहिए आखिर ईश्वर ने तुम्हे दो पेर दिए है |

पुत्र - ब्रेक और एक्सीलेटर दबाने के लिए |

No comments:

Post a Comment