गांव का वह शायर प्रेमी बेचारा बडा ही शर्मीला था..

गांव का वह शायर प्रेमी बेचारा बडा ही शर्मीला था जब उसका प्रेम शहर की एक चंचल युवती से हो गया , 
तो सब को हैरानी थी कि वह कैसे उसके सामने विवाह का प्रस्ताव रखेगा |

बाद में मालूम पडा , उसने युवती से इस रूप में कहा - नूरजहां ,
 मेरे घर के लोगों के साथ दफनाया जाना तुम पसन्द करोगी क्या ?

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