मैंने मेम साहब समझा था ..

अंधेरे में साहब का किसी ने मुंह चूम लिया | उन्होंने पूछा ,कौन है?

मालूम हुआ , नौकर है |

साहब -क्यों बे गधे , यह क्या हरकत थी?

नौकर -हुजूर माफ कीजिए , मैंने मेम साहब समझा था

No comments:

Post a Comment