एक लेखक महोदय रात डेढ बजे मकान मालिक के दरवाजे पर पहुंचे |
मालिक -लेखक महोदय से चिढ-चिढी आवाज में पुछा इतनी रात को क्यों आये हो यहां?
लेखक - मालिक इस महिने का किराया नहीं चूका पऊंगा, इस लिए बताने आया |
मालिक-लेकिन यह बात तो आप सुबह भी बता सकते थे?
लेखक- इतनी चिंता के कारण मुझे रात को नींद नहीं आ रही थी, सोचा आपको नींद आ रही होगी
मालिक -लेखक महोदय से चिढ-चिढी आवाज में पुछा इतनी रात को क्यों आये हो यहां?
लेखक - मालिक इस महिने का किराया नहीं चूका पऊंगा, इस लिए बताने आया |
मालिक-लेकिन यह बात तो आप सुबह भी बता सकते थे?
लेखक- इतनी चिंता के कारण मुझे रात को नींद नहीं आ रही थी, सोचा आपको नींद आ रही होगी
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